MSME : Micro , Small & Medium Enterprises
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग
• MSME मंत्रालय द्वारा संचालित
• एमएसएमई में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों का पंजीकरण जिन्हें कई सरकारी लाभ मिलते हैं।
जैसे : कम ब्याज दर पर ऋण, जीएसटी में छूट, सब्सिडी, टैक्स बेनिफिट्स आदि ।
• ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, उद्योग आधार अंक 12 अंकों का, अद्वितीय नंबर आवंटित
• सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विकास अधिनियम 2006 के अनुसार MSME को दो भागों में बांटा गया है
1. विनिर्माण क्षेत्र के उद्योग
2. सेवा क्षेत्र के उद्यम
परिभाषाएं
अधिनियम 2006 के अनुसार
प्लांट एवं मशीनरी में निवेश सीमा के आधार पर
विनिर्माण क्षेत्र के लिए
सूक्ष्म उद्यम : 25 लाख तक निवेश
लघु उद्यम : 25 लाख से 5 करोड़ तक निवेश
मध्यम उद्यम : 5 करोड़ से 10 करोड़ तक
सेवा क्षेत्र के लिए
सूक्ष्म उद्यम : 10 लाख तक निवेश
लघु उद्यम : 10 लाख से दो करोड़ तक
मध्यम उद्यम : 2 करोड़ से 5 करोड़ तक
May 2020 संशोधन के अनुसार
सुक्ष्म उद्यम : एक करोड़ तक निवेश तथा 5 करोड़ तक वार्षिक टर्नओवर
लघु उद्यम : 10 करोड़ तक निवेश तथा 50 करोड़ तक वार्षिक टर्नओवर
मध्यम उद्यम : 20 करोड़ तक निवेश तथा 100 करोड़ तक वार्षिक टर्नओवर
भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई का महत्व
• लगभग 36 मिलियन से अधिक इकाइयां
• लगभग 120 मिलियन लोगों को रोजगार
• कुल निर्यातो में लगभग 45% योगदान
• जीडीपी में योगदान
विनिर्माण क्षेत्र 6.11%
सेवा क्षेत्र लगभग 25%
• एमएसएमई मंत्रालय द्वारा भारत को 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए जीडीपी में 50% तक योगदान का लक्ष्य
• ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार के अधिक अवसर
जैसे : खादी एवं ग्राम उद्योग
एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए सरकारी योजनाएं
• उद्यमी मित्र पोर्टल
• एमएसएमई संबंध
• एमएसएमई समाधान
• डिजिटल एमएसएमई स्कीम
• प्रधानमंत्री रोजगार निर्माण कार्यक्रम
• ASPIRE : a scheme for promoting innovation rural industry and entrepreneurship
• NMCP : National manufacturing competitiveness program
• MSE-CDP : micro and small enterprises cluster development programme
• RBI कमेटी 2019 , अध्यक्ष : यूके सिन्हा
एमएसएमई की समस्याओं को दूर करने के लिए अनेक सुझाव दिए
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