सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

बजट 2020 21 , यूनियन बजट 2020-21

बजट 2020-21

• घोषणा 1 फरवरी 2020 (वित्तमंत्री : निर्मला सीतारमण)
• 160 मिनट का बजट भाषण (2 घंटा 40 मिनट)
कृषि , सिंचाई एवं ग्रामीण विकास
• कृषि क्षेत्र को प्रतिस्पर्धात्मक बनाकर किसानों की उन्नति सुनिश्चित करना
• मत्स्य उत्पादन : 2022-23 तक बढ़ाकर 20 लाख टन करने का प्रस्ताव
• कृषकों की आय : 2022 तक  दोगुनी करने का लक्ष्य
• 16 सूत्री योजना : बागवानी, अनाज भंडारण, पशुपालन और नीली अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए



• पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत सोलर पंप के लिए 20 लाख किसान शामिल करना । किसान बंजर भूमि में सौर ऊर्जा संयंत्र लगा सकेंगे।
• किसान रेल सेवा : शीघ्र खराब होने वाली वस्तुओं फल, सब्जियों, दूध, मांस, मछली आदि के लिए नई रेल सेवा
• नाबार्ड से ऋण : 2020-21 के लिए कृषि के लिए नाबार्ड से 15 लाख करोड़ का ऋण 
• दूध प्रसंस्करण क्षमता : 2025 तक दोगुनी कर 10.80 करोड़ टन करने का लक्ष्य
• सागर मित्र योजना : मत्स्य पालन में रोजगार बढ़ाने के लिए
• जैविक खेती को बढ़ावा , पंचायत स्तर पर स्टोरेज का निर्माण
• पानी की समस्या से जूझ रहे 16 जिलों के लिए व्यापक उपाय का प्रस्ताव


स्वास्थ्य , जल एवं स्वच्छता
• स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ₹ 69 हजार करोड़ का प्रावधान
इसमें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए ₹6400 करोड
• जन औषधि केंद्र : 2024 तक सभी जिलों में औषधि केंद्रों का विस्तार
• टी.बी. का खात्मा : 2025 तक , टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान 
• आयुष्मान भारत योजना :  112 जिलों में विस्तार
• इंद्रधनुष मिशन : इसका विस्तार किया जाएगा
• नए अस्पतालों की स्थापना : पीपीपी मॉडल के तहत स्थापना
• स्वच्छ भारत मिशन के लिए 12,300 करोड रुपए का आवंटन

शिक्षा एवं कौशल
• शिक्षा क्षेत्र के लिए ₹ 99,300 करोड़ का प्रस्ताव
• कौशल विकास के लिए 3000 करोड़ का प्रस्ताव
• पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेजों की स्थापना
• स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम
• उच्च शिक्षण संस्थान : मार्च 2021 तक 150 उच्च शिक्षण संस्थानों की शुरुआत
• नई शिक्षा नीति की जल्द 
• ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम : 100 संस्थानों द्वारा डिग्री स्तर का ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने का प्रस्ताव
• राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी



उर्जा क्षेत्र
• विद्युत क्षेत्र में निवेश के लिए घरेलू कंपनियों को 15% रियायती कारपोरेट कर देने का प्रस्ताव
• विद्युत और नवीकरणीय क्षेत्र को 22 हजार करोड़ देने का प्रस्ताव
अवसंरचना (परिवहन) क्षेत्र
• मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड ट्रेन के काम में तेजी लाई जाएगी
• नई रेल सेवा : 150 ट्रेन पीपीपी मोड पर चलाने का प्रस्ताव 
• चार स्टेशनों को निजी क्षेत्र की मदद से पुनः विकसित करना
• उड़ान योजना : 2024 तक 100 नये हवाई अड्डों का विकास
• 1320 किलोमीटर लंबा दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का काम 2023 तक पूरा


• वाईफाई सेवा : 550 रेलवे स्टेशनों पर वाईफाई सेवा
• प्रसिद्ध स्थलों को जोड़ने के लिए तेजस जैसी और ट्रेनों की योजना
• रेल लाइनों का विद्युतीकरण : 27000 किलोमीटर लंबाई की रेल लाइनों का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य
नई अर्थव्यवस्था
• भारत नेट कार्यक्रम को 6000 करोड़ का आवंटन
भारत नेट के माध्यम से फाइबर टू होम कनेक्शनों से इस वर्ष 1 लाख ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाएगा


उद्योग , वाणिज्य एवं निवेश
• मैन्युफैक्चर : मोबाइल फोन, सेमीकंडक्टर एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के विनिर्माण के लिए नई योजना का प्रस्ताव
• उद्योगों के विकास के लिए ₹ 27,300 करोड का प्रस्ताव
• स्टार्टअप के टर्न ओवर की लिमिट 25 करोड़ से बढ़ाकर 100 करोड़ की जाएगी
• पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ₹ 2500 करोड़ का बजट
• स्मार्ट सिटी : राज्यों के साथ सहयोग से पीपीपी मोड में 5 नए स्मार्ट शहरों को विकसित करने का प्रस्ताव
• निर्विक योजना : उच्चतर निर्यात ऋण वितरण हासिल करने के लिए नई स्कीम ‘निर्विक’ का शुभारंभ


वित्तीय क्षेत्र
• विनिवेश : एलआईसी से सरकार अपनी हिस्सेदारी को बेचेगी
• बैंक जमा सुरक्षा राशि में वृद्धि : बैंकों में लोगों की 5 लाख तक की जमाएं सुरक्षित
आय कर
वार्षिक आय मौजूदा कर नई दर
₹ 2.5 लाख तक 0 0
₹ 2.5 – 5.0 लाख 5 % 5 %
₹ 5 – 7.5 लाख 20 % 10 %
₹ 7.5 – 10 लाख 20 % 15 %
₹ 10 – 12.5 लाख 30 % 20 %
₹ 12.5 – 15 लाख 30 % 25 %
₹ 15 लाख से अधिक 30 % 30 %

• आयकरकी पुरानी स्लेब भी बनी रहेगी, दोनों स्लेब में से एक को चुनना होगा
• नई टैक्स दरों का विकल्प चुनने वालों के लिए लगभग 70 तरह के डिडक्शन खत्म
• करदाता डिडक्शन चाहते हैं तो उन्हें पुराना विकल्प चुनना होगा
अन्य
• बिजली के प्रीपेड मीटर : 3 सालों में सभी घरों में 
उपभोक्ता को बिजली वितरण कंपनी चुनने की आजादी
• पांच पुरातत्व स्थलों का विकास
1. राखीगढ़ी (हरियाणा),  2. हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश) , 3. शिवसागर (असम) 4. धोलावीरा(गुजरात)     5.  आदिचैनल्लूर (तमिलनाडु) 




• अखबारी कागज का आयात शुल्क 10% से घटाकर 5%
• एमएसएमई (MSME) सेक्टर को आसान ऋण उपलब्ध कराने के लिए एनबीएफसी कानून में संशोधन
• होम लोन पर छूट : सस्ते घरों की ब्याज पर ₹150000 की छूट को अगले साल 31 मार्च 2021 तक बढ़ाया गया है
• सावरेन फंड को बढ़ावा : सावरेन फंड के निवेश को 3 साल के लॉक इन के साथ ब्याज, लाभांश व पूंजीगत लाभो पर 100% कर छूट
• कारपोरेट टैक्स में कमी :  घरेलू कंपनियों के लिए कारपोरेट टैक्स को घटाकर 25.17%
• जीएसटी रिटर्न का सरलीकरण : 1 अप्रैल 2020 से जीएसटी का नया सरलीकृत रिटर्न
• विद्युत क्षेत्र में रियायती कॉरपोरेट रेट : विद्युत क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए घरेलू कंपनियों को 15% की रियायती कारपोरेट कर दर

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Keynesian theory of money and prices , प्रो. कीन्स का मुद्रा तथा कीमतों का सिद्धांत

The Keynesian theory of money and prices मुद्रा तथा कीमतों का केंजीय सिद्धांत (प्रो. कीन्स) आधार : मुद्रा परिमाण के प्रतिष्ठित सिद्धांत की कमियां • क्लासिकी द्वि-विभाजन (dichotomy) : मुद्रा सिद्धांत तथा कीमत सिद्धांत अलग-अलग • मुद्रा के परिमाण तथा कीमतों में प्रत्यक्ष एवं आनुपातिक संबंध Direct and proportional relation between quantity of Money & prices • मुद्रा की तटस्थता Neutrality of money : स्थैतिक संतुलन Static Equilibrium प्रो. कींस के अनुसार : According to Keynes • मुद्रा सिद्धांत एवं कीमत सिद्धांत का एकीकरण Integration     वास्तविक एवं मौद्रिक क्षेत्रों (Real & Monetary sector) का  • मुद्रा की मात्रा में वृद्धि से कीमतों में वृद्धि लेकिन मुद्रा की मात्रा एवं कीमतों में अप्रत्यक्ष संबंध increase in prices due to increase in in quantity of money indirect relationship between quantity of money and prices मान्यताएं : Assumptions • उत्पादन के साधनों की पूर्ति  लोचदार (बेरोजगारी की स्थिति में) Supply of factors of...

General Equilibrium analysis सामान्य संतुलन विश्लेषण : उत्पादन एवं विनिमय का सामान्य संतुलन (उत्पादन मिश्रण)

सामान्य संतुलन विश्लेषण GENERAL EQUILIBRIUM आंशिक संतुलन विश्लेषण : Partial Equilibrium • जब एक बाजार को दूसरे बाजार से स्वतंत्र रूप से देखा जाए। सामान्य संतुलन विश्लेषण : General Equilibrium • जब वस्तु एवं साधन बाजार में पारस्परिक संबंध एवं पारस्परिक निर्भरता पाई जाए। • अर्थात कीमतों एवं मात्राओं को परिवर्तनशील माना जाए • सभी बाजारों में एक साथ संतुलन की व्याख्या करना हो। सामान्य संतुलन की दशाएं : Conditions • विनिमय एवं उपभोग का सामान्य संतुलन : Equilibrium of Exchange & Consumption ( वस्तुओं एवं सेवाओं का वितरण) • उत्पादन का सामान्य संतुलन (साधनों का आवंटन) General equilibrium of production ( Allocation of  Resources) • विनिमय एवं उत्पादन का सामान्य संतुलन : उत्पादन मिश्रण General equilibrium of Exchange & Production : Product Mix विनिमय एवं उपभोग सामान्य संतुलन : विशुद्ध विनिमय अर्थव्यवस्था : Pure Exchange Economy  मान्यताएं : Assumptions • विशुद्ध विनिमय अर्थव्यवस्था जिसमें उत्पादन नहीं होता है • दो वस्तुएं जिनका उपभोग किया जाता है • दो उपभोक्ता जिनके मध्य वस्तुओं...

सार्वजनिक व्यय के प्रभाव , effects of government expenditure

सार्वजनिक व्यय के प्रभावों को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है – 1. सार्वजनिक व्यय का उत्पादन पर प्रभाव  2. सार्वजनिक व्यय का वितरण पर प्रभाव  3. सार्वजनिक व्यय का आर्थिक जीवन पर प्रभाव  1.सार्वजनिक व्यय का उत्पादन पर प्रभाव  प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सरकार का प्रत्येक व्यय उत्पादक होता है । सामान्यतः औद्योगिक विकास पर जो भी किया जाता है उससे उत्पादन बढ़ता है किंतु सामाजिक सेवाओं पर किया गया व्यय भी लोगों की कार्यकुशलता बढ़ाकर अप्रत्यक्ष रूप से उत्पादन बढ़ाता है ।  प्रोफेसर डॉल्टन ने सार्वजनिक व्यय के उत्पादन पर पड़ने वाले प्रभावों को तीन भागों में विभाजित किया है – • कार्य करने एवं बचत करने की योग्यता पर प्रभाव  • कार्य करने एवं बचत करने की इच्छा पर प्रभाव  • विभिन्न क्षेत्रों एवं रोजगार में साधनों के स्थानांतरण पर प्रभाव  A.कार्य करने एवं बचत करने की योग्यता पर प्रभाव  सार्वजनिक व्यय कई प्रकार से कार्य करने की योग्यता को बढ़ा सकता है - • क्रयशक्ति में वृद्धि के द्वारा  : लोगों को वेतन, मजदूरी, पेंशन, भत्ते एवं अन्य भुगतान...