राजस्थान में कृषि क्षेत्र से संबंधित प्रमुख योजनाएं 2020 में घोषित योजनाएं 1. कामधेनु डेयरी योजना • सरकार ने देशी गाय के हाईटेक डेयरी फार्म को बढ़ावा देने के लिए कामधेनु डेयरी योजना शुरू की है। • इसका उद्देश्य कोविड-19 महामारी के चलते नागरिकों को रोजगार उपलब्ध कराना एवं उनके इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाना है। • इस योजना में एक इकाई अधिकतम 36.68 लाख की होगी। • योजना में 15-15 गायों का क्रय कर डेयरी स्थापित की जाएगी। • इस योजना में प्रोजेक्ट लागत का 30% सरकार के द्वारा खर्च किया जाएगा और 10% राशि डेयरी स्थापित करने वाले उद्यमी को निवेश करना होगा। 60% राशि बैंक द्वारा लोन दी जाएगी अर्थात इस योजना के तहत किसानों और पशु पालकों को 90 प्रतिशत तक ऋण दिया जाएगा। • डेयरी स्थापित करने वाले शिक्षित पशुपालक को पशुपालन का अनुभव और खुद की भूमि होना आवश्यक है। 2. कृषि उपज रहन ऋण योजना राजस्थान • 1 जून 2020 से शुरू • योजना के तहत किसान अपनी उपज को रहन रखकर 3% ब्याज पर डेढ़ लाख से तीन लाख रुपए तक का ऋण ले सकेंगे लघु एवं सीमांत किसान - 1.50 लाख रुपए ...
राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (NAIP) क्या है ॽ राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना एक फसल बीमा योजना है जिसके अन्तर्गत प्राकृतिक आपदाओं, कृमियों एवं रोगों से फसल नष्ट होने पर बीमा कवरेज के रूप में कृषकों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। 1999 - 2000 में प्रारंभ राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के उद्देश्य 1. प्राकृतिक आपदा, कीट या बीमारी के कारण किसी भी अधिसूचित फसल के बर्बाद होने की स्थिति में किसानों को बीमा का लाभ और वित्तीय सहायता देना। 2. किसानों को खेती के प्रगतिशील तरीके, उच्च मूल्य (आगत) इनपुट और कृषि में उच्चतर तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना। 3. खेती से होने वाली आय को विशेष रूप से आपदा के वर्षों में स्थायित्व देने में मदद करना। योजना की मुख्य विशेषताएँ इसके अधीन फसलें निम्नलिखित वृहत समूहों की फसल, जिनके बारे में (1) फसल कटाई प्रयोग के बारे में समुचित वर्षों के आंकड़े उपलब्ध हैं और (2) प्रस्तावित मौसम में उत्पादन की मात्रा के आकलन के लिए आवश्यक फसल कटाई प्रयोग किये गये हों- 1. खाद्य फसलें (अनाज, दालें) 2. तिलहन 3. गन्ना, कपास और आलू (वार्षिक वाणिज्यिक या वार्षिक बागवानी फसलें...